बोलता गांव डेस्क।।
रायपुर। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान अक्टूबर के बाद कभी भी हो सकता है। छत्तीसगढ़ में अभी लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। करीब छह महीने पहले (नवंबर-दिसंबर 2023) में विधानसभा का चुनाव हुआ है। यानी पहले राज्य सरकार और अब देश की सरकार का चुनाव हो रहा है। आम चुनाव के बाद राज्य में शहर सरकार (नगरीय निकाय) चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हालांकि इस चुनाव से पहले राज्य सरकार को चुनाव आयुक्त के रिक्त पड़े पद पर नियुक्ति करनी होगा।
इससे पहले राज्य में नवंबर 2019 में निकाय चुनाव हुआ था। 25 नवंबर को चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के साथ नगरीय निकाय चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हुई थी। 30 नवंबर को अधिसूचना के प्रकाशन के साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरू हुई। 6 दिसंबर 2019 को पर्चा दाखिल करने का अंतिम दिन था। 21 दिसंबर को मतदान और 24 दिसंबर को मतगणना हुई थी।
2019 में प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम की बजाय वैलेट पेपर से कराए गए थे। तत्कालीन सरकार ने चुनाव से पहले महापौर के चुनाव को लेकर भी नियमों में बदलाव किया था। 2019 से पहले महापौर का चुनाव सीधे जनता करती थी, लेकिन तत्काली कांग्रेस सरकार ने इस नियम में संशोधन किया। इसमें महापौर का चुनाव चुने गए पार्षदों को सौंप दी गई।
प्रदेश में निर्वाचन आयुक्त का पद नवंबर 2023 से खाली है। राज्य निर्वाचन आयुक्त रहे ठाकुर राम सिंह का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो चुका है। ठाकुर का कार्यकाल जब समाप्त हुआ तब राज्य में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, ऐसे में नए आयुक्त की नियुक्ति नहीं हो पाई।