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सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले कृषि विज्ञान केन्द्र एवं महाविद्यालय को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा। उक्ताशय से कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिको द्वारा गांव-गांव पहुंचकर किसानों, जनप्रतिनिधियों, छात्रों, स्वसहायता समूह, महिलाओं के बीच गोष्ठीयों का आयोजन कर कृषि तकनीक एवं कृषि शिक्षा के बारे में बताया जा रहा है।

मिशन का उद्देश्य अधिक से अधिक किसानों एवं छात्रों तथा अन्य लोगों को कृषि विश्वविद्यालय से जोड़ना है ताकि आधुनिक कृषि तकनीक की जानकारी किसानों तक पहुंचे एवं कृषि का विकास हो। छात्रों के बीच संगोष्ठी का उद्देश्य छात्रों को कृषि शिक्षा की ओर आकर्षित करना तथा कृषि उद्यमिता की स्थापना करना है। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. नारायण साहू ने बताया कि अभी तक हारम, कासोली, छिन्दनार, झोडि़याबाड़म एवं बिंजाम में कार्यक्रम का आयोजन हो चुका है।


संगोष्ठी में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन तकनीक, फसल उत्पादन तकनीक, उद्यानिकी फसलों का रोग एवं किट प्रबंधन, मशरूम उत्पादन तकनीक, बकरी एवं कुक्कुट पालन तथा महिला समूहों हेतु आजीविका संर्वधन गतिविधियों की जानकारी दी जा रही है। जानकारी के साथ सब्जी बीज, चना, मटर एवं लघु कृषि यंत्र भी वितरित किये जा रहे है। कार्यक्रम में पंच, सरपंच, प्रगतिशील कृषक तथा जनप्रतिनिधिगण भी विशेष रूप से समिलित हो रहे हैं।