छत्तीसगढ़ में गोवंश के लिए मोबाइल चिकित्सा योजना की शुरूआत जल्द होगी। अभी इस योजना के लिए दिवस तय नहीं हुआ है किंतु योजना बन चुकी है। प्रत्येक जिले में एक या दो एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। बाद में चरणबद्ध ढंग से योजना का विस्तार किया जाएगा। इस योजना में घायल व बीमार गोवंश का मौके पर उपचार करने के अतिरिक्त उन्हें वेटनरी अस्पतालों और गोठानों तक पहुंचाने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार गोबर व गोमूत्र की खरीदी तो पहले से कर ही रही है।
गोवंश के लिए प्रदेश के हर जिले में चलेंगे दो चिकित्सा वाहन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते रहे हैं कि भाजपा के लोग गाय के नाम पर सिर्फ वोट लेते हैं, गोबर से घृणा करते हैं। माना जा रहा है कि भाजपा की हिंदुत्व की राजनीति को जवाब देने के लिए ही सरकार की यह एंबुलेंस योजना लाई जा रही है। अब नई योजना के माध्यम से गोवंश की स्वास्थ्य सुविधाओं का और अधिक विस्तार होगा।
गोठानों में भी चिकित्सा सुविधा
राज्य सरकार ने पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के काम को प्राथमिकता में रखा है। गोवंश के लिए मोबाइल चिकित्सा वाहनों की व्यवस्था की जा रही है। शासकीय पशु-चिकित्सालयों के साथ-साथ राज्य में निर्मित गोठानों में पशुधन के स्वास्थ्य की देखभाल की व्यवस्था की गई है। गोठानों में गोवंश के उचित पोषण के लिए चारागाहों का विकास भी किया गया है। अब एंबुलेंस सेवा से गायों को त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो पाएगी।