बोलता गांव डेस्क।।
धमतरी जिले में रवि सीजन में किसानों द्वारा खेतो में लगाए धान फसल बीमारी से चौपट हो रहे है। तना छेदक और लकवा बीमारी से धान फसल 40 से 50 प्रतिशत तक के बर्बाद हो गये हैं, जिससे किसान हताश और परेशान नजर आ रहे है। ऐसे में अब किसान नुकसान की भरपाई के लिए शासन प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
दरअसल रवि सीजन में जिले के किसानो द्वारा करीब 50 हजार हेक्टयर से ज्यादा जमीन में धान फसल लगाया गया है, लेकिन बीमारी की प्रकोप से फसल बबार्द हो गए हैं। किसानों ने बताया कि इस बार फसल अच्छी थी, जिससे उनको उम्मीद थी कि इस बार उत्पादन बढिया होगा, लेकिन फसल में तना छेदक और लकवा बीमारी से धान की बालियां सूख कर बदरा हो गइ है।
किसानों का कहना है कि हालात ऐसे हो गए है कि प्रति एकड 10 क्विंटल भी उपज नहीं होगा। बताया कि सहकारी बैक से कर्ज लेकर खेती की है और अब तक प्रति एकड़ 20 से 25 हजार रूपये तक खर्च हो गए है, जिसके चलते किसान मुआवजा और केसीसी लोन माफ करने की गुहार लगा रहे हैं। बहरहाल कृषि विभाग का कहना है कि बीमारी से बचाव के लिए पहले से ही किसानो को जानकारी दे दी गई थी और ग्रीष्मकालीन धान फसल के लिए मुआवजा का कोई प्रावधान नहीं होने की बात कह रहे है।