बोलता गांव डेस्क।।
पड़ोसी देश चीन में कोरोना से मची तबाही के बीच केंद्र सरकार ने आज राज्यों को एक और अहम एडवाइजरी जारी की है। डेल्टा वेरिएंट के दौरान मचे हहाकार से सबक लेते हुए राज्यों को पर्याप्त मेडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
नई एडवाइजरी जारी करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और प्रेशर स्विंग एडजॉर्शन (पीएसए) प्लांट को चालू रखा जाए। आपको बता दें कि केंद्र और राज्य की सरकारें कोरोना की संभावित चौथी लहर से देश को बचाने के लिए हर स्तर पर समीक्षा कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, क्योंकि चीन और अन्य देशों में मामलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। आपको बता दें कि भारत ने कोविड की तीन लहरें देखी हैं। दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ उमरी थी। ऑक्सीजन की कमी के कारण कई जिंदगियां काल के गाल में समा गई थी।
वहीं स्वास्थ विभाग ने चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए उनकी आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य होने की घोषणा की है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि इन देशों के किसी भी यात्री में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने या जांच में उनमें संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें पृथक रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को एक फॉर्म भरकर अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देनी होगी।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अन्य देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए लापरवाही को लेकर आगाह करते हुए कड़ी निगरानी के निर्देश दिए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कहा है कि वह शनिवार से प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान से भारत आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की हवाई अड्डों पर कोविड जांच सुनिश्चित करे, ताकि देश में कोरोनो वायरस के किसी भी नए स्वरूप की दस्तक के खतरे को कम किया जा सके।