Reliance Infrastructure: एशिया और देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी भी चर्चा में बने रहते हैं. आज उनकी कंपनी से जुड़ी एक खबर के दम पर शेयर तेजी से दौड़ रहे हैं. ये शेयर है रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure).. हालांकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के बोर्ड से अनिल अंबानी ने इस्तीफा दे दिया था और 25 अगस्त (रविवार) को उनके प्रवक्ता ने इस फैसले की जानकारी दी थी फिर भी उनसे जुड़ी कंपनी के शेयरों में जिस खबर के दम पर उड़ान देखी जा रही है, वो जानें....
अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में इसलिए तेजी आ रही है क्योंकि इस इंफ्रास्ट्र्क्चर कंपनी की फंडरेजिंग की खबरें आई हैं. कंपनी पूंजी जुटाने के लिए नए शेयर जारी करने और कन्वर्टिबल डिबेंचर इक्विटी जारी करने सहित अलग-अलग विकल्प तलाश रही है. पूंजी जुटाने की योजना के बीच अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में उछाल के पीछे यही बड़ा कारण सामने आ रहा है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने 16 सितंबर को ऐलान किया था कि पूंजी जुटाने के रास्ते तलाशने के लिए कंपनी के बोर्ड की 19 सितंबर, 2024 को बैठक होने वाली है.
रिलायंस इंफ्रास्ट्र्क्चर ने दी एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने एक्सचेंज को फाइलिंग में जानकारी दे दी है जिसके मुताबिक संभावित पूंजी जुटाने के विकल्पों पर चर्चा के लिए आने वाली बोर्ड बैठक में चर्चा की जाएगी.
है रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का ताजा अपडेट
दोपहर 1 बजे रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर में 229.07 रुपये प्रति शेयर का भाव देखा जा रहा है और ये 6.03 फीसदी की उछाल पर है. रुपये में देखें तो इसमें 13.02 रुपये की बढ़त देखी जा चुकी है. हालिया रेगुलेटरी चुनौतियों के बावजूद रिलायंस इंफ्रा में ये तेजी उत्साहजनक दिख रही है. जब अनिल अंबानी के खिलाफ सेबी के एक्शन की खबर आई थी तो पिछले महीने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 9 अगस्त को 10.99 फीसदी नीचे जाकर 209.99 रुपये पर बंद हुए थे. तब के निचले स्तर से आज का ऊपरी स्तर देखें तो शेयर करीब 20 रुपये उछाल दिखा चुका है.
हाल ही में अनिल अंबानी पर सेबी का रुख हुआ सख्त- कर दिया शेयर बाजार से बैन
हाल ही में सेबी ने अनिल अंबानी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. कैपिटल मार्केट में अनिल अंबानी की भागीदारी पर पांच साल का बैन भी सेबी ने लगाया है. कथित रूप से पैसे के गलत ट्रांसफर की जांच के बाद अनिल अंबानी सेबी के लपेटे में आ गए और शेयर मार्केट से पांच साल के लिए बैन हो गए. अनिल अंबानी के ऊपर 25 करोड़ रुपये का भारी-भरकम जुर्माना लगा और किसी भी लिस्टेड कंपनी में प्रबंधकीय पद लेने से भी रोक दिए गए.