मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोरा तिहार की धूम
परम्परागत ग्रामीण परिवेश में सजा मुख्यमंत्री निवास
तीजा-पोरा तिहार मनाने प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में पारम्परिक वेशभूषा में पहुंच रही हैं महिलाएं
मुख्यमंत्री निवास में तिहार मनाने को लेकर उत्साहित हैं महिलाएं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त के रूप में माता-बहनों को देंगे तीजा का उपहार
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारम्परिक खेलकूदों का होगा आयोजन
मुख्यमंत्री सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना
महिलाएं लेंगी बच्चों को अच्छा पोषण देने के लिए शपथ
मुख्यमंत्री करेंगे राष्ट्रीय पोषण माह के पोस्टर का विमोचन
मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोला की धूम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री निवास पहुंची बहनें लगवा रहीं मेहंदी, पहन रहीं चूड़ियां
विष्णु भैया संग तीजा पोरा महतारी वंदन तिहार
पारंपरिक नंदिया-बइला और खिलौनों से सुसज्जित हुआ आंगन
बहनों और माताओं को मायके में दिया जाएगा महतारी वंदन का उपहार
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निवास में तीजा पोरा , महतारी वंदन तिहार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों फुगड़ी, कुर्सी दौड और रस्सी खींच का आयोजन किया गया है
मुख्यमंत्री निवास पहुंची माताओं बहनों,में खेलों के प्रति काफी उत्साह देखने को मिल रहा है
लोक कलाकारों ने तिहार को बनाया खास
लोक गायिका आरु साहू के पारंपरिक छतीसगढ़ी गीतों में जमकर झूम रहीं महिलाएं
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित तीजा पोला तिहार के अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हो रही है
छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोक गायिका सुश्री आरू साहू छत्तीसगढ़ी के पारंपरिक गीतों की प्रस्तुति दे रही हैं
इस विशेष अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएं मुख्यमंत्री निवास पहुंची हैं। संगीतमय प्रस्तुति में महिलाएं थिरक रही हैं
मुख्यमंत्री निवास में पहुंची महिलाओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है
छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए आज दोहरी खुशी की बात है, तीजा पोरा तिहार तो दूसरी ओर महतारी वंदन की राशि के अंतरण को लेकर भी काफी उत्साह देखने को मिल रही है
मुख्यमंत्री निवास में माताओं और बहनों के लिए करू भात के लिए पारंपरिक भोजन की भी व्यवस्था की गई है तीजा, पोरा तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में पहुंची बहनों के लिए विशेष रूप से छत्तीसगढ़ व्यंजन तैयार करवाए गए हैं।
यहां माता, बहनों के करू भात के लिए पारंपरिक भोजन बनवाया गया है। जिसमें करेला चना, खेकशी, कढ़ाई पनीर, आलू मटर टमाटर ,कढ़ी पकौड़ा, दाल फ्राई, चावल, रोटी, पूड़ी, देहाती बड़ा, आलू चाप, मिर्ची पकौड़ा, चटनी २ प्रकार, गुलाब जामुन, बेसन बर्फी, अचार, पापड़, सलाद की व्यवस्था की गई है।